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कामिनाला (काम की खोज में)
कामिनाला (काम की खोज में)
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पुस्तक का नाम: कामिनाला (काम की खोज में)
विवरण: मूल मुण्डारी (मुण्डारी नाटक)
लेखक: मंगल सिंह मुंडा
संक्षिप्त विवरण:
"कामिनाला" एक सामाजिक नाटक है, जो मुण्डारी समाज के लोगों की रोज़गार और जीवन संघर्ष की वास्तविकता को उजागर करता है। "काम की खोज में" उपशीर्षक से स्पष्ट है कि यह नाटक ग्रामीण युवाओं के शहर की ओर पलायन, आर्थिक असमानता, और संस्कृति से दूर होते जीवन को दर्शाता है।
मुख्य विषयवस्तु:
रोज़गार के लिए पलायन
आदिवासी युवाओं की सामाजिक और मानसिक स्थिति
पारंपरिक जीवन बनाम आधुनिक परिस्थितियाँ
संघर्ष, आशा और सामाजिक चेतना का चित्रण
विशेषताएँ:
मुण्डारी भाषा में रचित मूल नाटक
मुण्डा समाज की संस्कृति और वर्तमान समस्याओं की प्रस्तुति
नाट्य रूप में सामाजिक संदेश
आदिवासी साहित्य को जानने और
समझने हेतु महत्वपूर्ण कृति
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